What Is Email Spoofing In Hindi: Email Spoofing का Mail क्यों आता है और ईस से कैसे बचें
क्या आपको कभी एक ऐसा Mail आया है जिसमें बोला गया है कि अगर आप इस KYC को पूरा नहीं करते हैं तो आपका डेबिट कार्ड बंद हो जाएगा। या फिर कुछ ऐसे मेल आपको आए होंगे जिसमें आपको बोला गया होगा कि इस लिंक पर क्लिक करें या आपको OTP गया होगा वो दें आप इनाम जीत सकते है। जो लोग स्मार्टफोन रखे हुए है और ऑनलाइन से जुड़े हुए हैं उनको फ्रॉड मेल आते ही रहते है। फ्रॉड मेल आने पर जो लोग सतर्क नहीं रहते है या फिर जो समझदारी से काम नहीं लेते है। वह फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं और अपना नुकसान कर बैठते है।
दोस्तों आज हम Email Spoofing कि बात करने वाले है आज हम आपको समझाएंगे Email Spoofing क्या होता है यह कैसे किया जाता है और आप Email Spoofing से कैसे बच सकते है। अगर आप ऑनलाइन की दुनिया से जुड़े हैं। आप जिस भी रूप में आप ऑनलाइन से जुड़े हुए है तो आपको Email Spoofing के बारे में पूरी विस्तार से जानकारी होनी चाहिए। ताकि तो आप अपना बचाव कर सकते हैं और ऑनलाइन सुरक्षित रह सकते है। अगर आप ईमेल स्पूफिंग के बारे में जानना चाहते है तो इस आर्टिकल्स को पूरा लास्ट तक पढ़िए और सीखिए।
Email Spoofing क्या होता है?
दोस्तों जब भी कोई फ्रॉड ईमेल आपके पास आता है तो उसे फ्रॉड ईमेल को ईमेल स्पूफिंग कहते हैं। ईमेल स्पूफिंग का मतलब की ईमेल के द्वारा कोई आपके साथ धोखेबाजी करना चाहता है। Email Spoofing के माध्यम से कोई अनजान व्यक्ति आपको स्पामिंग लिंक, डरावना नोटिस, वार्निंग. और ब्लैकमेल करने का कोशिश करता है। और जब आप उस मेल की बातों को मानना शुरू करते है तो वो आपको अनजाने लिंक पर क्लिक करवा कर या OTP ले कर आपके साथ धोखा करता है। सीधे-साधे व्यक्ति इस ईमेल स्पूफिंग के वार्निंग और नोटिस के चक्कर में आ जाते है और उनके साथ धोखा किया जाता है।
ईमेल स्पूफिंग क्यों आता है
अब आप बोलोगे कि हम अपनी ईमेल को सुरक्षित रखते है। हम अपनी ईमेल किसी भी अनजान व्यक्ति को नहीं देते है तो फिर मुझे यह स्पूफिंग का मेल क्यों आएगा। दोस्तों हम आपको बताते हैं कि ईमेल स्पूफिंग कैसे किया जाता है। आप सोचो ऑनलाइन जुड़े हुए हो और न जाने आप कितने जेनुइन फॉर्म समझकर ऑनलाइन फॉर्म भरते है। ऑनलाइन एप्लीकेशन में रजिस्ट्रेशन करते है। आप अपने डाटा को ऑनलाइन कई सारी वेबसाइट और एप्लीकेशन में साझा करते है।
आप ऑनलाइन किसी वेबसाइट एप्लीकेशन पर विश्वास करके अपना डाटा उनके सुपुर्द करते है और आपके साथ कई एप्लीकेशन वेबसाइट धोखा करती है और यूजर्स की डेटा बेचने का व्यापार करता है। आज के समय में डाटा बेचकर पैसा कमाना सबसे बड़ा बिजनेस माना जाता है। मैं आपको साधारण शब्द में समझता हूं आप किसी एप्लीकेशन या वेबसाइट पर अपना मोबाइल नंबर जीमेल आईडी रजिस्ट्रेशन के टाइम देते है। जब कोई एप्लीकेशन या वेबसाइट किसी कारण बस बंद होता है तो उसके मालिक के पास जितने भी यूजर्स के लाखों ईमेल का डाटा होते है। वह उस ईमेल के डाटा लाखों रुपये में बेच देते है। जो लोग जो ईमेल स्पूफिंग करते है वह किसी कंपनी के डाटा को मुंह मांगा कीमत देकर डाटा को खरीदने है।
ईमेल स्पूफिंग कैसे किया जाता है
जब भी कोई स्पूफिंग करने वाले व्यक्ति डाटा को खरीदता है। उसके पास में लाखों ईमेल होते है वह हर ईमेल पर रोज के मेल भेजने शुरू करते है। आपको मेल में आपको नोटिस और ब्लैकमेल करने का कोशिश करते है। जिसके शिकार लोग आसानी से बन जाते है। स्पूफिंग करने वाले का काम ही होता है कि वह दिन-रात यही सोच किस तरीके से आपको डरा कर आपसे आपकी जानकारी ले कर आपको नुकसान पहुंचा सके।
Spoofing से कैसे बचे
स्पूफिंग से बचने का सबसे आसान उपाय है कि आप किसी भी अनजाने एप्लीकेशन और वेबसाइट पर अपना ईमेल ना दे। किसी भी अनजाने एप्लीकेशन और वेबसाइट पर अपना ईमेल रजिस्ट्रेशन न करें अपने डेटा को सजा ना करें। अगर आप सावधानी रखते है तो यह बचाव के लिए आपका सबसे बड़ा हथियार हो सकता है।
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Email Spoofing मेल कैसे पहचाने
दोस्तों अब बात आती है कि Spoofing मेल हम कैसे पहचान करे। दोस्तों हम आपको इसमें मदद करते है। हम बताते हैं कि कैसे आप इस स्पूफिंग मेल की पहचान कर सकते है। दोस्तों देखो जब भी कोई ब्रांडेड कंपनी आपको मिल के थ्रू नोटिस या वार्निंग भेजती है तो वह आपसे किसी भी तरीके से कोई पर्सनल जानकारी ईमेल के थ्रू नहीं मांगता है, या फिर कोई ऐसा लिंक नहीं भेजती है इस पर क्लिक करने के बाद आपसे आपकी एक्सेस लिया जा सके।