Isro क्या है ? Isro का मुख्य कार्य और उद्देश्य क्या है | इसरो की 10 ऐतिहासिक उपलब्धियां को जानिए
ISRO आपने इस शब्द का नाम जरूर सुना होगा। परंतु बहुत से लोगों को इन शब्दों का फुल फॉर्म यानी कि पूरा नाम पता नहीं होता है। लोगों को यह नहीं पता है कि ISRO यह क्या है। इसरो ने हाल में ही बहुत बड़ी उपलब्धि और एक इतिहास रचा है। isro की मदद से चंद्रयान 3 ने चांद पर सफलतापूर्वक उतर गया है। यह पूर्ण भारतवासियों के लिए गर्व की बात है जो इसरो डिपार्टमेंट में अपना कारनामा कर दिखाया है।
जब से चंद्रयान-3 चांद पर उतरा है तब से लोगों को यह जानने की इच्छा हुई है कि इसरो क्या है। आज हम आपको बताएंगे कि इसरो क्या है और ISRO का कार्य और उद्देश्य क्या है। इसरो की पूरी जानकारी आज हम आपको विस्तार से देने वाले है। आप हमारे साथ बने रहिएगा।
Isro का पूरा नाम क्या है
Isro का फुल फॉर्म Indian Space Research Organisation है। इसको हिंदी में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन बोलते है।
इसरो का इतिहास
जैसे कि हमने आपके ऊपर बताया है कि Isro का पूरा नाम Indian Space Research Organisation है। इसका सबसे पहले नाम था The Indian National Space Research Committee (INCOSPAR) जिसका स्थापना 1962 में श्री जवाहरलाल नेहरू जी के द्वारा किया गया था। फिर बाद में इसका नाम Indian Space Research Organisation रखा गया और इसका स्थापना 15 अगस्त 1969 में किया गया। इसरो का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है। Isro का वर्तमान अध्यक्ष श्रीधर सोमनाथ है।
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Isro का मुख्य कार्य क्या है
इसरो का मुख्य कार्य अंतरिक्ष तकनीकी,अंतरिक्ष कार्यक्रम,अंतरिक्ष सहयोग के संबंधित प्रौद्योगिकियों का विकास करना है। साधारण भाषा में कहूं तो इसरो का कार्य है कि अंतरिक्ष में नए-नए खोज करें, नए सैटेलाइट का निर्माण करें,और नई जानकारी को हासिल करें ताकि अंतरिक्ष ज्ञान में भारत सबसे आगे हो। इसरो का काम यही है कि वह अंतरिक्ष में अपने ज्ञान का विकास करें।
Isro का उद्देश्य
इसरो मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष तकनीक और वैज्ञानिक के विषय में विकास और रिसर्च करना है। Isro भारतीय विज्ञान, मौसम का अनुमान, दूरसंचार और प्रौद्योगिकी के कार्य को आगे रखना है। विकसित और उत्कृष्ट अंतरिक्ष कार्यक्रमों का निर्माण करना है। इसका उद्देश्य अंतरिक्ष में भारत को आगे रखना है।
10 ऐतिहासिक उपलब्धियां
- 1975 में उन्होंने अपना पहला उपग्रह लांच किया था जिसका नाम दिया था आर्यभट्ट था।
- 1979 उन्होंने अपना दूसरा उपग्रह लांच किया जिसका नाम भास्कर रखा गया था
- Inset-2A उपग्रह को लॉन्चिंग सन 1982 में किया गया।
- 1984 में राकेश शर्मा भारत पहले अंतरिक्ष यात्री बने थे।
- 1992 में Inset-2A स्वदेशी उपग्रह लांच किया गया था।
- 2008 में इन्होंने चंद्रयान 1 लॉन्च किया था इसी कोशिश की गई थी चांद पर पहुंचने की
- 2019 में इन्होंने चंद्रयान-2 लांच किया था। चंद्रयान 2 को जब चांद पर भेजा गया था तो यह सही से चांद पर नहीं उतर पाया।
- 2020 तीन अंतरिक्ष यान को लॉन्च किया GSAT-30 EOS-01 CMS-01
- इसरो ने 2023 में इन्होंने इतिहास रचा और चंद्रयान 3 को सफलतापूर्वक चांद पर उतारा।
- Isro दुनिया के टॉप 5 सबसे बड़ा अंतरिक्ष एजेंसी बन चुका है।
FAQS
इसरो का हिंदी में अर्थ क्या है
हिंदी में इसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन कहते है।
वर्तमान में Isro का अध्यक्ष कौन है
इसरो का वर्तमान अध्यक्ष श्रीधर सोमनाथ है।
इसरो के संस्थापक कौन है
विक्रम अंबालाल साराभाई इसरो के संस्थापक थे।
इसरो का मुख्यालय कहाँ है
इसरो का मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है।
इसरो का स्थापना कब हुवा
स्थापना 15 अगस्त 1969 में किया गया।
निष्कर्ष –
हमारे वेबसाइट द्वारा आपको इसरो की पूरी जानकारी आपको दिया गया है। इसरो क्या है इसका मुख्य कार्य और उद्देश्य और साथ इसकी ऐतिहासिक उपलब्धियां। आशा करता हूँ की आपको पूरी जानकारी मिला होगा। आपके मन में कोई सवाल है तो आप मुझे कमेंट्स कर सकते है।